नीम कडवा मगर 100 बीमारियों की दवा
अगर बहुत जरूरत हो तो दूसरे दिन भी डालें। अगर कान में दर्द हो तो 20 ग्राम नीम की पत्तियां, 2 तोला नीला थोथा तूतिया डालकर पीस लें व इसकी छोटी छोटी गोलियां बनाकर सुखा लें और फि र काले तिल या साधारण तेल में पका लें। जब टिकिया जल जाए तो इस तेल को छान कर रख लें, अब एक तीली मे रूई लगा कर इस तेल में डुबोकर कान साफ करें, बार बार रूई बदलें। अगर कान से पीप आ रहा है तो नीम के तेल में शहद मिलाकर कान साफ करें पीप आना बंद हो जायेगा। सर्दी-जुकाम हो गया हो तो नीम की पत्तियां शहद मिलाकर चाटें। खराश ठीक हो जाएगी। ह्रदय रोग में नीम रामबाण का काम करता है। अगर आपको ह्रदय रोग हो, तो नीम की पत्तियों की जगह नीम के तेल का सेवन करें। नीम पीस कर त्वचा पर लगाएं ज्यादा फ ायदा होगा।