एसएमएस के जरिये लडाई... ना बन जायें दुखदायी...

एसएमएस के जरिये लडाई... ना बन जायें दुखदायी...

इसकी बजाय जब आप दोनों आमने-सामने बंद कमरे में बातचीत करते हैं तो उन्हें आप ज्यादा समझ सकते हैं। एसएमएस पर आप जो क़डे शब्द उन्हें लिखकर भेजेंगे, उसे भूल पाना आपके लिए भी मुश्किल होगा।