टीम अन्ना : चौहाण ने की अरविन्द केजरीवाल की खिलाफत

टीम अन्ना : चौहाण ने की अरविन्द केजरीवाल की खिलाफत

नई दिल्ली। भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान छेडने वाली टीम अन्ना में एक बार फिर दरार नजर आने लगी है और उनके एक महत्वपूर्ण सदस्य शिवेंद्र सिंह चौहाण ने अरविंद केजरीवाल को पत्र लिख कर उनसे आदोलन की अगुवाई के तरीके पर तीखे सवाल किए हैं। शिवेंद्र सिंह चौहाण ने पिछले सप्ताह टीम के प्रमुख सदस्य प्रशात भूषण के आवास पर उनसे मुलाकात के दौरान फेसबुक पर मौजूद इंडिया अगेंस्ट करप्शन के पृष्ठ के प्रबंधन पर चर्चा की थी।

गौरतलब है कि केजरीवाल का आरोप है कि चौहाण लोकतंत्र में यकीन नहीं करते और उन्होंने सोशल मीडिया अभियान के संदर्भ में एकतरफा फैसले लिए हैं। केजरीवाल ने यह चेतावनी भी दी कि अगर चौहाण कोर समिति के फैसलों को नहीं मानते तो उन्हें आंदोलन से हटाया भी जा सकता है। अपने पत्र में चौहाण ने लिखा, जब तक आप यह साबित नहीं कर देते कि आप इस आंदोलन के अगुवा हैं और मैंने कभी भी आंदोलन के हितों के खिलाफ काम किया है, आप किस अधिकार से मुझे अलग कर देंगे या मुझ पर आरोप लगा रहे हैं।

मुझे पूरा यकीन है कि असहमति रखना और स्वतंत्र रूप से भी आदोलन के हितों के लिए काम करना, आंदोलन को नुकसान पहुंचाने वाला नहीं हो सकता। चौहाण ने अपने पत्र में लिखा कि यह भ्रष्टाचार के खिलाफ लोगों का आंदोलन है और हम में से अधिकतर लोग इसमें अपनी मर्जी से शामिल हुए, ना कि किसी औपचारिक प्रक्रिया के तहत। इसलिए किसी समूह की ओर से निकाले जाने का सवाल ही पैदा नहीं होता। यह हम सभी का आंदोलन है और भ्रष्टाचार के खिलाफ लडाई में किसी का एकाधिकार नहीं हो सकता। कोर समिति के सदस्य लोकतात्रिक तरीके से नहीं चुने गए।

इस साल जनवरी में केजरीवाल ने उन्हें समिति में शामिल करने की पेशकश की थी, लेकिन उन्होंने कहा था कि उन्हें इसकी जरूरत नहीं है। चौहाण ने सवाल उठाया कि मेरा सवाल यह है कि किस लोकतांत्रिक प्रक्रिया के तहत मुझे कोर समिति में शामिल करने की पेशकश की गई थी। लोकतात्रिक तरीका वह होता जिसमें कोर समिति के सदस्यों को चुनने के लिए भी जनलोकपाल के सदस्यों को चुनने जैसा तरीका अपनाया गया होता। प्रशात भूषण के आवास पर हुई बैठक में चौहाण ने उन आरोपों का भी खण्डन किया कि हजारे से संबंधित जानकारी फेसबुक के पन्ने पर नहीं डाली गई। हजारे के महाराष्ट्र दौरे की जानकारी सबसे पहले फेसबुक और टि्वटर पर ही डाली गई।