टाटा स्टील ने बढाई कर्ज लेने की सीमा

टाटा स्टील ने बढाई कर्ज लेने की सीमा

मुंबई। टाटा स्टील बतौर कंपनी 50,000 करोड रूपए तक का कर्ज ले सकेगी। कम्पनी का बोर्ड कर्ज लेने की सीमा बढाने को तैयार हो गया है। उसने असाधारण आम बैठक में कर्ज सीमा 40,000 करोड रूपए से बढाने के प्रस्ताव पर शेयरधारकों की मंजूरी मांगी है। कर्ज की सीमा बढ जाने से कंपनी क्षमता विस्तार और माइंस खरीदने के लिए आसानी से कर्ज जुटा सकेगी। टाटा स्टील ने कोरस के अधिग्रहण के वास्ते लिए गए कर्ज को रीफाइनेंस किया है। कंपनी को जमशेदपुर प्लांट की मौजूदा क्षमता को बढाकर 1 करोड टन करने, उडीसा के कलिंगनगर में नए स्टील प्लांट लगाने और ग्लोबल स्तर पर रॉ मटिरियल प्रोजेक्ट में इनवेस्ट करने के लिए बडे पैमाने पर फंड की जरूरत है। इसके अलावा उसे सामान्य कामकाज और सब्सिडियरी कंपनियों में निवेश के लिए भी फंड चाहिए। पिछले साल कंपनी ने कोरस के अधिग्रहण के वास्ते लिए गए पूरे कर्ज को रीफाइनेंस किया था। उसने इसके लिए 25,000 करोड रूपए का टर्म लोन और रिवॉल्विंग क्रेडिट फैसिलिटी लिया था। टर्म फाइनैंस के तहत कर्ज की अदायगी की शतेंü आसान हो जाती हैं।