ताजमहल मानवता को सौंदर्य का एक अद्धुत उपहार

ताजमहल मानवता को सौंदर्य का एक अद्धुत उपहार

नई दिल्ली। भारत यात्रा पर आए कनाडाई प्रधानमंत्री स्टेफन हार्पर अपनी पत्नी के साथ आगरा में ताजमहल का दीदार किया।

हार्पर ने गाइड से ताजमहल के बार में कई सवाल किए और अपनी पत्नि के साथ फोटो भी खिंचवायी। ताजमहल देखकर हार्पर ने कहा कि यह वास्तव में मानवता को सौंदर्य का एक अद्धुत उपहार है।

गौरतलब है कि संसार की बहुत-सी पुरानी और नई इमारतों में ताजमहल का स्थान बहुत ऊंचा है। सारे संसार में इसकी धूम है और संसार से कोने-कोने से लोग इसे देखने के लिए आते हैं। इसे दिल्ली के मुगल सम्राट शाहजहां ने अपनी बेगम अर्जुमंद बानो (मुमताज महल) की याद में बनवाया था।

यह इमारत बहुत ब़डी नहीं है, किंतु बहुत ही सुंदर है। यह रोजा सत्रहवीं शताब्दी में बना था, किंतु आज भी इसमें पुरानेपन का कोई चिह्न दिखाई नहीं प़डता। यह रोजा संगमरमर के चबूतरे पर बढि़या संगमरमर का बना हुआ है।

चबूतरे की ऊंचाई 20 फुट और क्षेत्रफल 350 वर्गफुट है। रोजे की ऊंचाई 350 फुट और ƒोरा 6 फुट है। चबूतरे के चारों कोनों पर 150 फुट ऊंची चार मीनारें हैं।

इस इमारत में संगमरमर, संगमूसा इत्यादि रंग-बिरंगे पत्थरों से ही सब चीजें बनाई गई हैं। बेल-बूटे बनाने में भी रंग-बिरंगे सुंदर नग ही काम में लाए गए हैं।