सुपर नानी बनकर लुभाएंगी उमराव जान

सुपर नानी बनकर लुभाएंगी उमराव जान

इस शुRवार को रोर सुपर नानी का प्रदर्शन हो रहा है। निर्माताद्वय इंद्र कुमार अशोक ठाकरिया को पूरे विश्व के प्रिंट प्रचार के खर्च सहित सुपर नानी की लागत 25 करो़ड बैठेगी। गुजराती के हिट नाटक बा अई मारी बॉउंड्री पर आधारित इस फिल्म में अरसे के बाद रेखा की वापसी होगी। इंद्र कुमार अशोक ठाकरिया ने मिलकर दिल, बेटा और राजा सहित कई पारिवारिक फिल्में बनाई हैं। पिछले एक दशक में मस्ती सीरीज की एडल्ट कॉमेडी से भी वे जु़डे हुए हैं। सुपर नानी से वे अपने कम्फर्ट जोन अर्थात पारिवारिक मनोरंजन के दायरे में लौट रहे हैं।
निर्माता की तारीफ करना होगी कि आज के इस युग में सुरक्षित चलते हुए उन्हें अपनी सोच पर पूरा भरोसा है। उसी भरोसे पर उन्होंने भरपूर वक्त और पैसा लगाया है।
प्रदर्शन के पहले फिल्म इंडस्ट्री में यह फिल्म काफी लोगों ने देखी और पसंद की है। प्रिंट प्रचार के खर्च सहित रोर की कुल लागत 20 करो़ड रूपए होती है। यह एक जंगल एडवेंचर फिल्म है और नए कलाकारों की मौजूदगी के बावजूद पहले प्रोमो ने जिज्ञासा जगाई है।
इस सप्ताह की दोनों फिल्में फिल्मकारों के अपने विषय पर भरोसे का प्रतीक है। पिछले सप्ताह प्रदर्शित हैप्पी न्यू ईयर ने पहले दिन 45 करो़ड का रिकॉर्ड व्यवसाय किया और वीकेंड 104 करो़ड का हुआ। फिल्म में विश्व वितरक यशराज स्टूडियो को कोई नुकसान नहीं होगा लेकिन कई बार आंक़डे पूरी कहानी नहीं बताते। निर्माता और नायक के रूप में शाहरूख खान ने अपना तन-मन फिल्म को दिया लेकिन एक बार फिर निर्देशक फराह खान से चूक हो गई। जबरदस्त ओपनिंग के बावजूद सोमवार को व्यवसाय उम्मीदों से कम रहा और साप्ताहिक व्यवसाय 140 करो़ड का हुआ। भारत में फिल्म का लाइफ टाइम व्यवसाय 175 करो़ड के आस पास होगा। ब़डी स्टारकास्ट, भरपूर प्रचार, दीपावली की छुट्टी पर एकमात्र फिल्म और 45 करो़ड की रिकॉर्ड ओपनिंग के बाद इस फिल्म को आसानी से 200 करो़ड के क्लब में शामिल होना था। लेकिन निर्देशक की गलती से एक स्वर्णिम अवसर का पूरा दोहन नहीं हो सका।