20 रूपए तक महंगा हो सकता है दिल्ली मैट्रो का सफर

20 रूपए तक महंगा हो सकता है दिल्ली मैट्रो का सफर

नई दिल्ली। दिल्ली मेट्रो ने यात्रा का किराया बढाने की तैयारी शुरू कर दी है। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (डीएमआरसी) ने पांच स्तरीय किराया सिस्टम लागू करने की सिफारिश की है। यदि डीएमआरसी की सिफारिश पर अमल हुआ तो मेट्रो का किराया दो से लेकर 20 रूपये तक बढ़ जाएगा। इससे आम लोगों की जेब पर बोझ बढ़ेगा। डीएमआरसी का कहना है कि मेट्रो के परिचालन में आने वाला खर्च बढ़ गया है। इसके अलावा छह साल से मेट्रो का किराया नहीं बढ़ाया गया है। वर्ष 2009 में न्यूनतम किराया छह से बढ़ाकर आठ रूपये और अधिकतम किराया 22 से बढ़ाकर 30 रूपये किया गया था। तब से मेट्रो के किराये में आठ से लेकर 30 रूपये का स्लैब लागू है। यह 15 स्तरीय स्लैब के रूप में निर्धारित है।

डीएमआरसी ने इसे खत्म कर पांच स्तरीय किराया सिस्टम को लागू करने की सिफारिश की है। इसके तहत 10, 20, 30, 40 और 50 रूपये किराया निर्धारित करने की सिफारिश की गई है। इसके लिए डीएमआरसी के प्रबंध निदेशक मंगू सिंह कई बार केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय को पत्र लिख चुके हैं। डीएमआरसी का कहना कि 10, 20 रूपये के रूप में किराया निर्धारित करना इसलिए भी जरूरी है क्योंकि यात्रियों को पैसे वापस करने में सिक्कों की दिक्कत आती है। इसके अलावा पिछले छह से सात साल में बिजली की दरें 90 फीसद तक बढ़ चुकी हैं। इसके चलते मेट्रो के परिचालन पर खर्च बढ़ा है। मेट्रो के परिचालन पर खर्च होने वाली राशि का 40 फीसद बिजली बिल के रूप में खर्च होता है।

डीएमआरसी के अधिकारियों के अनुसार तीन साल से किराया वृद्धि का प्रस्ताव ठंडे बस्ते में है। साल की शुरूआत में सेवानिवृत्त न्यायमूर्ति एके श्रीवास्तव किराया निर्धारण करने वाली कमेटी के प्रमुख बनाए गए थे। लेकिन बाद में कमेटी को रद कर दिया गया था। कमेटी की संस्तुति पर ही मेट्रो के किराये की समीक्षा की जाती है। इस कमेटी को केंद्र सरकार गठित करती है। इसमें हाई कोर्ट के न्यायाधीश, केंद्रीय शहरी विकास मंत्रालय के सचिव व दिल्ली सरकार के वित्त विभाग के सचिव होते हैं।