भारतीय टीम में बदलावकी जरूरत : द्रविड

भारतीय टीम में बदलावकी जरूरत : द्रविड

बेंगलुरू। हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास लेने वाले राहुल द्रवि़ड का कहना है कि भारतीय टीम में अब बदलाव की जरूरत है। टीम में एक नया नेतृत्व उभर चुका है जो अपनी और भावी पीढ़ी के बीच एक सूत्र का काम कर सकता है। द्रविड ने कहा कि टीम के अनुभवी खिलाडियों महेंद्र सिंह धोनी, वीरेंद्र सहवाग, जहीर खान, गौतम गंभीर और हरभजन सिंह जैसे खिलाडी लंबे समय से टीम का हिस्सा हैं और अब यह इन सब की जिम्मेदारी है कि वे टेस्ट टीम में बदलाव में अहम भूमिका निभाएं और युवाओं को मौका दें। टीम के सबसे सीनियर खिलाडियों में से एक द्रवि़ड ने महीने की शुरूआत में ही अंतरराष्ट्रीय और प्रथम श्रेणी क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर दी थी। द्रवि़ड ने कहा कि टीम के सीनियर खिलाडियों को आगे आना चाहिए। खिलाडियों के तौर पर नहीं बल्कि एक मेंटर, एक प्रशिक्षक के रूप जो टीम यह निर्णय करें कि टीम को किस तरह से चलाना है। टीम की छवि कैसी होनी चाहिए और वह टीम के लिए खेल के किस प्रारूप को सबसे महत्वपूर्ण मानते हैं। उन्होंने कहा कि टी-20 का प्रारूप ऎसा नहीं है जिससे हमें घबराने की जरूरत है लेकिन हमें इस पर ध्यान देने की जरूरत है कि इसका खिलाडियों पर क्या और कितना प्रभाव है। हमें यह सोचना चाहिए कि हम इससे निपटने के लिए क्या तरीके अपनाएं जिससे मैदान के बार सहजता से परिवर्तन किए जा सकें। उन्होंने कहा कि टीम में बदलाव के लिए हर स्तर पर एक नई सोच और नए नेतृत्व की जरूरत होगी। इससे मेरा आशय यह बिलकुल नहीं है कि टीम के सीनियर खिलाडियों की जगह नए चेहरों को टीम में जगह दी जाए बल्कि उन्हें टीम में अनुभवी खिलाडियों की तरह प्रशिक्षक की भूमिका निभाने की जरूरत है। हालांकि मैं मानता हूं कि टीम की दस वर्षो के बाद क्या स्थिति होगी यह टीम के बेहतरीन युवा खिलाडियों द्वारा ही तय किया जाना चाहिए। द्रविड ने कहा कि टीम को उसकी सामान्य स्थिति में चलते रहने की बजाय इससे जु़डे खिलाडियों, टीम प्रबंधन और प्रशासन से जु़डे सभी लोगों को टीम में एक बेहतर बदलाव के लिए कदम उठाने चाहिए। पिछले दिनों टीम के खराब प्रदर्शन के बारे में द्रविड ने कहा कि इस तरह की चुनौतियां कोई नई नहीं हैं। इस तरह की परेशानियां हमेशा से ही टीम का हिस्सा रही हैं। कप्तान धोनी, सहवाग, जहीर, गंभीर और हरभजन जैसे अनुभवी खिल़ाडी लंबे समय से टीम का हिस्सा हैं और अब यह इन सब की जिम्मेदारी है कि वे टेस्ट टीम में बदलाव में अहम भूमिका निभाएं और युवाओं को मौका दें।