प्याज सिर्फ रूपये प्रति किलो, किसान हुए बर्बाद
मुंबई। महाराष्ट्र के लासलगांव में एशिया की सबसे बडी प्याज मंडी है जहां
कारोबारियों की ह़डताल से किसान टूट गए हैं, पैदावार सड रही है, उन्हें
कीमत मिल नहीं रही। वे प्याज बेचने के बजाए फेंकने को मजबूर हैं।
नासिक के सायखेडा में मंडी में किसान को एक कि्वंटल पर 5 रूपये का लाभ मिल
रहा था, लिहाजा उन्होंने इसे बेचने के बजाए, खेतों में फेंकना मुनासिब
समझा।
नासिक की मंडियों में प्याज नीलामी के जरिए बेचा जाता है। फिलहाल यहां
प्याज की कीमत 4 रूपये प्रति किलो है लेकिन हडताल की वजह से प्याज स्टोर
करके रखने से वह सडने लगी है।
किसानों का कहना है कि एक कि्वंटल प्याज उगाने की लागत 650-700 रूपये है,
लेकिन बाजार में कीमत 400-500 रूपये प्रति कि्वंटल तक आ गई है।
महाराष्ट्र सरकार ने कुछ दिनों पहले नए नियमों के तहत किसानों को उत्पाद
सीधे बाजार में बेचने की छूट दे दी है, जिसके खिलाफ लासलगांव में
कारोबारियों ने महीने भर से ज्यादा हडताल रखी। अब किसान चाहते हैं कि सरकार
प्याज का समर्थन मूल्य बढाए।