राजनीति से दूर रहना चाहते है आमिर

राजनीति से दूर रहना चाहते है आमिर

अपने चाचा नासिर हुसैन की फि़ल्म यादों की बारात (1973) में आमिर खान एक बाल कलाकार की भूमिका में नजर आए थे, और ग्यारह साल बाद खान का केरियर फि़ल्म होली (1984) से आरम्भ हुआ उन्हें अपने कजिन मंसूर खान के साथ फि़ल्म क़यामत से क़यामत तक (1988) के लिए आपनी पहली कामर्सियल सफलता मिली।

आमिर खान 6 मई से शुरू हुआ पहला टेलीविजन शो सत्यमेव जयते की पहले कडी दर्शकों के दिल को छु गई। इस शो में वह सामाजिक मुद्दो को उठा रहे हैं लेकिन वह राजनीति से दूर रहना चाहते हैं। आमिर ने कहा कि मेरे पास राज्य सभा का कोई प्रस्ताव नहीं है। लेकिन मुझे लगता है कि मैं जहंा हूं, वहां खुश हूं।

मैं जिस व्यवसाय में हूं उसी में समाज में और योदान दे सकता हूं। हो सकता है कि मैं किसी और क्षेत्र में जाकर इतना कुछ न कर सकंू। उधर सत्यमेव जयते कार्यक्रम से कन्या भूर्ण हत्या की प्रवृत्ति को रोकने के लिए शुरू की गई मुहिम के तहत आमिर ने राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से 9 मई को मुलाकात का समय मांगा है।