संगमा को मिली पवार की फटकार, नहीं मिला समर्थन

संगमा को मिली पवार की फटकार, नहीं मिला समर्थन

नई दिल्ली। बीजू जनता दल व अन्नाद्रमुक ने भले ही राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार की दौड में लोकसभा के पूर्व अध्यक्ष पीए संगमा का समर्थन कर दिया हो लेकिन उनकी पार्टी एनसीपी ने उन्हें समर्थन से इनकार कर दिया है।

संगमा ने इस संबंध में शुक्रवार सुबह शरद पवार से मुलाकात की थी। संगमा के अनुसार पवार ने उन्हें बताया कि एनसीपी यूपीए का हिस्सा है और इस मुद्दे पर वे यूपीए के साथ ही रहेंगे। साथ ही पवार ने कहा कि वे संगमा द्वारा दिए गए सभी सुझावों पर चर्चा करेंगे। संगमा ने पवार के सामने अपना पक्ष रखा। संगमा ने कहा कि वे एक ऎसे फोरम के अध्यक्ष हैं जो एक आदिवासी नेता को अगला राष्ट्रपति देखना चाहता है। ओडिशा के मुख्यमंत्री व बीजेडी प्रमुख नवीन पटनायक तथा अन्नाद्रमुक प्रमुख जयललिता ने पहले ही कहा है कि वे राष्ट्रपति पद के लिए संगमा का समर्थन करेंगे।

उधर, चेन्नई में शुक्रवार को जयललिता ने सभी पार्टियों से दलगत राजनीति से ऊपर उठकर संगमा का समर्थन करने की अपील की। संगमा ने कहा कि वे कुछ और नेताओं के साथ सभी पार्टियों के नेताओं से मुलाकात कर एक आदिवासी को अगला राष्ट्रपति बनाए जाने के लिए कह रहे हैं। संगमा ने कहा, मेरे अलावा लोकसभा के डिप्टी स्पीकर करिया मुंडा (भाजपा), केंद्रीय मंत्री कृष्ण चंद्र देव (कांग्रेस), नागालैंड के पूर्व मुख्यमंत्री एससी जमीर (कांग्रेस) तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री अरविंद नेता सहित कई और आदिवासी नेता हैं जो अगला राष्ट्रपति बन सकते हैं। यह पूछे जाने पर कि क्या पचार ने उनकी खिंचाई की है, संगमा ने कहा, ऎसा कुछ नहीं हुआ। उल्लेखनीय है कि पवार की पार्टी कांग्रेस नीत यूपीए की प्रमुख पार्टी है।