मुखिया समर्थकों की गुंडागर्दी, राजधानी सहित पूरे बिहार में कोहराम, 50 वाहन फूंके

मुखिया समर्थकों की गुंडागर्दी, राजधानी सहित पूरे बिहार में कोहराम, 50 वाहन फूंके

पटना। रणवीर सेना के चीफ ब्रहमेश्वर सिंह उर्फ मुखिया की अंत्येष्टि के बाद बिहार में फिर से माहौल तनावपूर्ण हो गया है। मुखिया समर्थकों ने हिंसक रूप ले लिया और 50 से अधिक वाहनों को आग लगाकर फूंक दिया। मौके पर मौजूद पुलिस मूकदर्शक बनी रही और समर्थक दुकानें-बाजार तक बंद कराते नजर आए। फिलहाल, पुनाईचक चौक में ब्रहमेश्वर समर्थकों का हंगाम जारी है। पुलिस ने उपद्रवियों को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस का इस्तेमाल किया है। हालांकि राजधानी में हालात अब भी तनाव पूर्ण है और पुलिस इसे सामान्य बनाने में नाकाम साबित हो रही है। शव यात्रा में जमकर उत्पात मचाया गया और जगह-जगह आगजनी की गई। आरा से चली शव यात्रा में हजारों समर्थक लाठी-डंडे से लैस उग्र होते गए। इस दौरान राजधानी पटना में मीडियाकर्मियों को भी पीटा गया और नेताओं की गाडियों पर पथराव किए गए। पुलिस इस कदर मूकदर्शक बनी रही मानो उसने पूरी राजधानी को बलवाइयों के हवाले कर दिया हो। इससे पूर्व सत्तारूढ गठबंधन के एक बाहुबली विधायक का हत्यारे के रूप में नाम आने की चर्चाओं के बीच रणवीर सेना प्रमुख ब्र±मेश्वर मुखिया का पटना के बांस घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। अंत्येष्टि से पहले उग्र समर्थकों के उपद्रव के साथ आरा से शव यात्रा निकाली गई जो पटना बांस घाट आकर पूरी हुई। शव यात्रा में वाहनों का बडा काफिला शामिल था। रणवीर सेना प्रमुख की शुक्रवार को गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। ब्र±मेश्वर मुखिया की शव यात्रा में जाति विशेष के लोग पटना की मुख्य सडक बेली रोड पर भी खूब उपद्रव करते रहे। मुख्यमंत्री निवास के सामने एक पुलिस पोस्ट में आग लगा दी गई। सगुना मोड पर पुलिस कर्मियों को दौडा-दौडाकर पीटा गया। चिडियाखाना के समीप शव यात्रा को कवर कर रहे पत्रकारों को पीटा गया। केमरामैन तथा प्रेस फोटोग्राफरों के कैमरे तोड डाले गए। एक कंपनी के शो रूम में आग लगा दी गई। इससे पूर्व बिहटा में भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ0 सीपी ठाकुर जब शव यात्रा में शरीक होने पहुंचे तो उन पर हमला कर गाडी के शीशे तोड दिए गए। सीपी ठाकुर के अतिरिक्त पटना में शवयात्रा में शामिल होने पहुंचे जदयू सांसद राजीव रंजन सिंह उर्फ ललन सिंह तथा राजद के पूर्व सांसद अखिलेश सिंह की गाडी के शीशे भी तोड दिए गए। बिहटा तथा दानापुर में भी उग्र समर्थकों ने दो विधायकों की गाडी पर हमला किया। इस बीच पुलिस कहीं नजर नहीं आई। रणवीर सेना समर्थक उग्र लोगों ने पूरे पटना में जबर्दस्त कोहराम मचाया। शवयात्रा जिस इलाके से भी गुजरी वहां दुकानें फटाफट बंद हो गई। मीडियाकर्मियों को इसलिए निशाना बनाया कि खबरों में ब्र±मेश्वर मुखिया को वर्ग संघर्ष का रॉबिनहुड और 22 नरसंहारों में 277 लोगों की हत्या का किसी न किसी रूप में जिम्मेदार बताया गया। भूमिहार जाति के लोगों ने पटना के अलावा भी बाढ, मोकामा, जहानाबाद, बख्तियारपुर, अरवल, पालीगंज, नवादा तथा पटना समेत कई जिलों में उपद्रव किए। इस बीच हत्याकांड के सिलसिले में आरा के कतिरा थाने में अनजाने अभियुक्तों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई पर पुलिस अभी तक किसी को नहीं पकड पाई।