फिल्म रिव्यू : वेलकम बैक

फिल्म रिव्यू : वेलकम बैक

"वेलकम", "नो एंट्री", "सिंह इज किंग" जैसी कॉमेडी फिल्में बना चुके डायरेक्टर अनीस बज्मी एक बार फिर दर्शकों को कॉमेडी मसाला से भरपूर फिल्म "वेलकम बैक" लेकर आए हैं। ये 2007 की फिल्म वेलकम (फिल्म) का सीक्वल है। "वेलकम" का सीक्वल "वेलकम बैक" काफी हद तक पिछली फिल्म की कहानी और कॉमेडी फॉर्मूलों को दोहराती हुई नजर आती है। फिल्म के कुछ नए किरदार भी शामिल हुए हैं लेकिन अक्षय कुमार और कैटरीना कैफ को छोड कर ज्यादातर स्टार वेलकम के ही हैं।

कहानी...

फिल्म की कहानी वहीं से शुरू होती है जहां से पिछली फिल्म यानी वेलकम खत्म हुई थी। गैंगस्टर से शरीफ आदमी बन चुके उदय शेट्टी (नाना पाटेकर) और मजनू भाई (अनिल कपूर) जो अब सुधर चुके हैं और दुबई में बिजनेस करते हैं। उनकी उम्र बढ रही है और इसीलिए दोनों अब शादी करना चाहते हैं। अचानक उदय को एक दिन पता चलता है की उसके पिता ने 3 शादियां की थी और तीसरी बीवी से उसे एक बेटी रंजना (श्रूति हासन) है जो उदय की बहन लगेगी।

उदय और मजनू अपनी इस बहन की शादी की जिम्मेदारी लेते हैं और एक शरीफ घर की तलाश करते हैं जहां वो अपनी बहन की शादी कर सके। लेकिन रंजना को मुंबई के एक लोकल गुंडे अज्जू (जॉन अब्राहम) से प्यार हो जाता है। उदय और मजनू शादी के खिलाफ हैं लेकिन बेबस हैं आगे इस फिल्म में क्या होता है वो इस गुंडे से पंगा ले पाते है या नहीं। इस फिल्म की आगे की कहानी जानने के लिए आपको फिल्म देखनी होगी।

अभिनय...

फिल्म की कहानी पहले फिल्म से थोडी मिलती जुलती है बस थोडा हेर फेर कर दिया गया है। फिल्म में अनिल कपूर, नाना पाटेकर और परेश रावल ने बेहतरीन अभिनय किया हैं। जॉन अब्राहम और श्रूति हासन का काम ठीक ठाक है। शयनी आहूजा का कुछ खास अभिनय नहीं देखने को मिला है। वहीं डिंपल कपाडिया और नसरूद्दीन शाह के रोल मे कोई दम नहीं है।