मलाल रहेगा कभी हसन साहब के साथ न गा सकी : लता

मलाल रहेगा कभी हसन साहब के साथ न गा सकी : लता

सुर साम्राज्ञी लता मंगेशकर ने कहा कि यह उनका दुर्भाग्य है कि वे शहंशाह ए गजल के साथ कभी गा नहीं सकी। बीमारी के दिनों में भी भारत आकर उनसे मिलने की ख्वाहिश जता चुके मेहदी हसन की यह ख्वाहिश भी अधूरी रह गई।
फेफडों में संक्रमण से जूझते रहे हसन ने अस्सी के दशक के आखिर में गाना छो़ड दिया था। अक्तूबर 2010 में हालांकि एचएमवी ने "सरहदें" एलबम जारी किया, जिसमें लता और मेहदी का पहला और एकमात्र युगल गीत "तेरा मिलना" था।
यह गीत हसन ने खुद तैयार किया था और पाकिस्तान में 2009 में इसकी रिकाडिंüग की। लता का हिस्सा 2010 में भारत में रिकार्ड किया गया और बाद में इसे युगल गीत के रूप में पेश किया गया।