कोवरमान्स होंगे भारतीय फुटबाल टीम कोच

कोवरमान्स होंगे भारतीय फुटबाल टीम कोच

नई दिल्ली। हालैंड के पूर्व अंतरराष्ट्रीय खिलाडी विम कोवरमान्स का दो साल के लिए भारतीय फुटबॉल टीम का मुख्य कोच बनना तय है। अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) पिछले एक साल से इस पद के लिए कोच की खोज में जुटा था। एआईएफएफ ने पिछले साल के शुरू में इंग्लैंड के बाब हाटन को बर्खास्त कर दिया था। इसके बाद अमांडो कोलासो और सैवियो मेडिरा को संक्षिप्त कार्यकाल के लिए रखा गया, लेकिन वे टीम को खास सफलता नहीं दिला पाए। मेडिरा का कार्यकाल 31 मई को समाप्त हो रहा है। हालैंड के ही रोब बान को पिछले साल अक्टूबर में तकनीकी निदेशक नियुक्त किया गया था। उन्हें नए मुख्य कोच के खोज की जिम्मेदारी सौंपी गई थी और उन्होंने हमवतन कोवारमान्स को इस पद के लिए चुना। एआईएफएफ के उपाध्यक्ष एआर खलील ने कहा कि कोवारमान्स की नियुक्ति को अगले महीने के शुरू में कार्यकारी समिति की मंजूरी मिल जाएगी और यह पूर्व डच खिलाडी इसके तुरंत बाद अपना पद संभाल लेगा। उन्होंने कहा कि कोवारमान्स की नियुक्ति लगभग तय है। अध्यक्ष (प्रफुल्ल पटेल) ने उनकी नियुक्ति को मंजूरी दे दी है।

कोवारमान्स ने अनुबंध की शतों को मंजूर कर लिया है। कार्यकारी समिति की बैठक सात और आठ जून को होगी और वह अंतिम मंजूरी देगी। खलील ने कहा कि शुरू में उन्हें दो साल का अनुबंध दिया जाएगा और यदि उनके रहते हुए राष्ट्रीय टीम का प्रदर्शन संतोष्जनक रहता है तो फिर उनका अनुबंध बढाया जाएगा। यदि 51 वष्ाीय कोवारमान्स की नियुक्ति होती है तो उनके नेतृत्व में पहला टूर्नामेंट नेहरू कप खेला जाएगा, जो यहां अगस्त में होगा। उनके लिए सबसे बडी चुनौती राष्ट्रीय टीम को पुनगर्ठित करना होगा, जो कुछ चोटी के खिलाडियों के जाने से बदलाव के दौर से गुजर रही है तथा उसकी फीफा रैंकिंग हाल में काफी नीचे गिर गई है। कोवारमान्स हालैंड की 1988 की यूरो चैंपियनशिप जीतने वाली टीम के सदस्य थे। वे हालांकि टूर्नामेंट में नहीं खेले थे।

कोवारमान्स ने केवल एक अंतरराष्ट्रीय मैच खेला है। वे 2002 से 2008 तक हालैंड की युवा टीम के कोच रहे। उन्होंने वेस्ले श्नाइडर, रोबिन वान पर्सी और डर्क कुयट जैसे स्टार खिलाडियों को आगे बढाने में अहम भूमिका निभाई है। वे अभी आयरलैंड फुटबॉल संघ में इंटरनेशनल हाई परफोरमेन्स डाइरेक्टर और आयरिश अंडर-21 टीम के कोच हैं। वे 1990 में पेशेवर फुटबॉल से संन्यास लेने के तुरंत बाद कोच बन गए थे। वे 1990 से 2000 तक हालैंड के विभिन्न क्लबों जैसे एफसी ग्रोनिजेन, आरबीसी रूसेनडाल, एनईसी निजेमेजेन और एमवीवी मास्ट्रिच्ट के कोच रहे। इस बीच हालैंड के ही रेमंड लिबरेट्स ने अंडर-22 राष्ट्रीय टीम और एआईएफएफ की टीम पैलान एरोज का कोच बनने से मना कर दिया। सूत्रों ने बताया कि ऑस्ट्रेलियाई आर्थस पापेस अंडर-22 राष्ट्रीय टीम और पैलान एरोज का कोच पद संभालेंगे। उन्हें हाल में नवी मुंबई स्थित एआईएफएफ की क्षेत्रीय एकेडमी का प्रमुख नियुक्त किया गया था।