आईआईटी : नए फॉर्मेट में प्रवेश परीक्षा पर सहमत, देना होगा अलग एडवांस टेस्ट

आईआईटी : नए फॉर्मेट में प्रवेश परीक्षा पर सहमत, देना होगा अलग एडवांस टेस्ट

नई दिल्ली। आईआईटी संस्थानों और केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल के बीच कई दिनों से सीईटी को लेकर चल रही तनातनी और स्वायत्तता का विवाद सुलझ गया है। बुधवार को आईआईटी परिषद की विशेष बैठक में सभी आईआईटी साल 2013 से नए फॉर्मेट में प्रवेश परीक्षा पर सहमत हो गए हैं।

अब आईआईटी के लिए अलग एडवांस टेस्ट देना होगा। आईआईटी प्रवेश में 12वीं के अंकों को 20 प्रतिशत की वरीयता दी जाएगी। बताया गया कि मेन्स के टॉप 50000 छात्र ही एडवांस टेस्ट दे सकेंगे। मदरसों में स्तरीय शिक्षा... केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री कपिल सिब्बल ने मदरसों में स्तरीय शिक्षा उपलब्ध कराने की योजना को लागू करने के लिए एक सलाहकार समिति बनाने का फैसला किया है।

इस समिति में 21 सदस्य होंगे जिनमें शिक्षक संघों के प्रतिनिधि, मदरसा बोडोंü के अध्यक्ष, राज्य सरकारों के अधिकारी और मानव संसाधन विकास मंत्रालय के अधिकारी शामिल होंगे। इस समिति की साल में दो बार बैठक होगी जिसमें योजना में अमल संबंधी विभिन्न मुद्दों पर विचार किया जायेगा। इस योजना से दस हजार पांच सौ 22 मदरसों और 26 हजार सात सौ 55 शिक्षकों को लाभ पहुंचा है। इसके तहत मदरसों में गणित, विज्ञान, समाज शास्त्र, हिंदी और अंग्रेजी जैसे आधुनिक विषय भी शामिल किये गये हैं। इस योजना के तहत शिक्षकों को वित्तीय सहायता देने की भी व्यवस्था है।