वित्त मंत्री को उम्मीद जीडीपी में होगी 7 फीसदी की वृद्धि

वित्त मंत्री को उम्मीद जीडीपी में होगी 7 फीसदी की वृद्धि

नई दिल्ली। वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी ने सोमवार को इस बात से इनकार किया कि चालू वित्त वर्ष में अर्थüव्यवस्था की रफ्तार सुस्त रहेगी। हालांकि वित्त वर्ष 2011-12 में आर्थक वृद्धि दर 6.5 फीसदी रही जो पिछले 9 महीने का सबसे निचला स्तर है। उन्होंने अर्थüव्यवस्था में सुधार की उम्मीद जताते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2012-13 मे जीडीपी में 7 फीसदी की वृद्धि होगी जो 7.6 फीसदी के बजटीय आकलन से कम है।

आयकर विभाग के मुख्य आयुक्तों के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुखर्जी ने कहा वित्त वर्ष 2011-12 में 6.5 फीसदी की वृद्धि दर चिंताजनक है। लेकिन मैं इस बात को स्वीकार नहीं करता कि जीडीपी इस वित्त वर्ष में से गिरावट होगी। मुझे उम्मीद है कि जीडीपी में 7 फीसदी की वृद्धि होगी। इस महीने मॉर्गन स्टैनली, सिटी और स्टैनचार्ट समेत 5 वित्तीय संस्थानों ने 2012-13 के लिए भारत की वृद्धि दर में और गिरावट का अनुमान व्यक्त किया।

उनका मानना है कि यह 5.7 से 6.4 फीसदी रहेगी। वृद्धि को प्रोत्साहित करने के लिए राजकोषीय प्रोत्साहन की संभावना को खारिज करते हुए उन्होंने कहा, वैश्विक अनिश्चितता और नरमी का दूसरा दौर एक के बाद एक तुरंत आ गया और राजकोषीय पहल की कोई गुंजाइश नहीं बची। उन्होंने कहा कि ब्याज दर चक्र बदला है,खनन क्षेत्र में वृद्धि दर्ज हो रही है,निवेश वृद्धि दर में सुधार हो रहा है और कच्चे तेल की कीमत में गिरावट के अलावा मॉनसून सामान्य रहने का अनुमान जाहिर किया जा रहा है।