प्रासंगिकता खोने का डर है, स्टारडम का नहीं : बिपाशा

प्रासंगिकता खोने का डर है, स्टारडम का नहीं : बिपाशा

नई दिल्ली। फिल्म ‘आदत’ के साथ चार साल बाद बड़े पर्दे पर वापसी कर रहीं अभिनेत्री बिपासा बसु का कहना है कि उन्हें अपनी प्रासंगिकता खोने का डर है।

वह ‘अजनबी’, ‘राज’, ‘नो एंट्री’ और ‘बचना ए हसीनो’ जैसी फिल्मों का हिस्सा रह चुकी हैं।

यह पूछे जाने पर कि क्या उन्हें कभी स्टारडम खोने का डर था? बिपाशा ने मुंबई से फोन पर आईएएनएस से कहा, ‘‘मैं कभी हताश नहीं हुई। मैं भाग्यशाली हूं और हमेशा अपनी शर्तों पर जीती हूं, न कि उद्योग के मानदंडों पर, क्योंकि जब मैंने शुरुआत की थी, तो मुझे बोहेमियन कहा जाता था, मुझे स्टारडम खोने का डर नहीं था, लेकिन हां, निश्चित रूप से प्रासंगिकता खोने का डर है।’’

उन्होंने कहा कि डर इसलिए है, क्योंकि इसमें न सिर्फ एक कलाकार के रूप में, बल्कि एक व्यक्ति के रूप में भी बहुत निवेश हुआ है।

‘जिस्म’ और ‘राज’ जैसी फिल्मों में बोल्ड अंदाज में नजर आ चुकी इस अभिनेत्री ने कहा, ‘‘मुझे प्रासंगिकता खोने का थोड़ा डर है, लेकिन स्टारडम खोने का ज्यादा डर नहीं है, क्योंकि मैं वही हूं जो मैं थी। शुरुआत से ही सही... मेरी इच्छाएं सहज रही हैं।’’

बिपाशा इससे पहले वर्ष 2015 की फिल्म ‘एलोन’ में नजर आई थीं। वह ‘फुटपाथ’, ‘नो एंट्री’, ‘कॉर्पोरेट’, ‘ओंकारा’, ‘धूम 2’, ‘गोल’ और ‘रेस’ जैसी फिल्मों में काम कर चुकी हैं।

वर्ष 2016 में करण सिंह ग्रोवर के साथ शादी कर चुकीं 40 वर्षीय अभिनेत्री ने कहा कि काम और करियर से ऊपर उनका पारिवारिक जीवन हमेशा से प्राथमिकता में रहा है। अपनी नई फिल्म ‘आदत’ में एक बार फिर वह करण के साथ दिखेंगी। इससे पहले वह ‘एलोन’ में उनके साथ काम कर चुकी हैं।

(आईएएनएस)

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