इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री 75 फीसदी घटी

इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री 75 फीसदी घटी

नई दिल्ली। इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माताओं को सरकार से अभी तक 32 करो़ड रूपए की प्रोत्साहन राशि नहीं मिली है। इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माताओं ने बीते वित्त वर्ष में ग्राहकों को इतनी राशि का प्रोत्साहन लाभ दिया था। इससे देश में इलेक्ट्रिक वाहनों की बिक्री में 75 फीसद की गिरावट आई है और ब़डी संख्या में डीलर अपनी दुकानें बंद कर रहे हैं। सरकार की ओर से इलेक्ट्रिक वाहनौं को दी जाने वाली वित्तीय सहायता इस साल 31 मार्च को समाप्त हो गई है। इससे इस क्षेत्र की बिक्री में 75 प्रतिशत तक की गिरावट आ गई है। पिछले दो-तीन माह में 275 इलेक्ट्रिक वाहन डीलर अपनी दुकानेें बंद कर चुके हैं।
इलेक्ट्रिक वाहन विनिर्माताओं के संगठन (एसएमईवी) के निदेशक सोहिंदर गिल ने कहा कि हमने ग्राहकों को इस योजना की आखिरी तारीख तक इस प्रोत्साहन का लाभ देना जारी रखा। 31 मार्च, 2012 तक नवीन एवं अक्षय ऊर्जा मंत्रालय (एमएनआरई) के पास हमारा बकाया 32 करो़ड रूपए का हो गया है। एमएनआरई द्वारा दिसम्बर, 2010 में शुरू की गई इस योजना के तहत सरकार ने शेष बची 11वीं योजना की अवधि में देश में बिकने वाले प्रत्येक इलेक्ट्रिम वाहन पर यह प्रोत्साहन देने की घोषणा की थी।
 इस तरह सरकार को इलेक्ट्रिक वाहन पर 2010-11 और 2011-12 में यह प्रोत्साहन देना था। इसके अलावा भारी उद्योग एवं सार्वजनिक उपक्रम मंत्रालय द्वारा शुरू की गई राष्ट्रीय इलेक्ट्रिक वाहन नीति की वजह से एमएनआरई की योजना को बंद करना प़डा है, क्योंकि किसी एक क्षेत्र के लिए सरकार के दो प्रोत्साहन कार्यक्रम एक साथ नहीं चलाए जा सकते। गिल ने कहा कि एमएनआरई मदद करना चाहता है, लेकिन उसे वित्त मंत्रालय से फंड नहीं मिला है।