मिस्त्र चुनाव: ब्रदरहुड का जीत का दावा

मिस्त्र चुनाव: ब्रदरहुड का जीत का दावा

काहिरा। मिस्त्र में तानाशाह होस्त्री मुबारक को 2011 में अपदस्थ किए जाने के बाद पहली बार हुए राष्ट्रपति चुनाव में ब्रदरहुड ने ऎतिहासिक जीत का दावा किया है। ब्रदरहुड की राजनीतिक शाखा प्रीडम फंड जस्टिस पार्टी के प्रत्याशी मोहम्मद मोरसी ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि वह सभी मिस्त्रवासियों के राष्ट्रपति होंगे तथा वह बदले की भावना से कोई काम नहीं करेंगे।

उन्होंने जीत का दावा करते हुए कहा कि मुरसी को 52.5 फिसदी मत हासिल हुए जबकि उनके प्रतिद्वन्द्वी पूर्व प्रधानमंत्री अहमद शफीक को 47.5 फिसदी वोट मिले। वहीं मुबारक के कार्यकाल में प्रधानमंत्री रहे पूर्व सैनिक शफीक के सहयोगी ने चुनाव में जीत के ब्रदरहुड के दावे को चुनौती दी। मोरसी ने कहा कि अल्लाह का शुक्र है कि उन्होंने मिस्त्र की जनता को आजादी और लोकतंत्र की राह पर चलने में तथा बेहतर भविष्य के लिए सभी मिस्त्रवासियों को एकजुट करने में मदद की। उन्होने सबको आश्वस्त करते हुए कहा कि बतौर राष्ट्रपति वह किसी के साथ बदले की भावना से या दुश्मनी निकालने के लिए काम नहीं करेंगे। वे सभी की सेवा करेंगे फिर चाहे उसने उन्हें वोट दिया हो या न दिया हो।

वहीं कहा कि वे मुबारक को अपदस्थ करने के लिए चले आन्दोलन में मारे गए लोगों को न्याय दिलाने की कोशिश करेगे। उल्लेखनीय है कि इस आन्दोलन में 850 लोग मारे गए थे। उधर शफीक के प्रचारक महमूद बराका ने कहा कि शफीक के सहयोगी प्रीडम फंड जस्टिस पार्टी की प्रेस कांफ्रेंस से अचंभित हैं क्योंकि यह चुनाव आयोग के कानूनों का उल्लंघन है। उन्होंने चुनाव परिणामों का अपहरण करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि चुनाव परिणाम जारी करने का अधिकार सिर्फ चुनाव आयोग को है।