सूरज के चेहरे पर काला तिल, अब 105 साल बाद दिखायी देगा

सूरज के चेहरे पर काला तिल, अब 105 साल बाद दिखायी देगा

नई दिल्ली। देशभर में आकाश में बुधवार सुबह शुक्र का दुर्लभ एवं बहुप्रतीक्षित पारगमन नजर आया। जीवन में कभी-कभार नजर आने वाला यह नजारा अब 105 साल बाद दिखेगा। इस अनोखी खगोलीय घटना को लेकर अंतरिक्ष प्रेमियों के मन में गजब का रोमांच था जिन्होंने दूरबीनों के माध्यम से घटनाक्रम को देखा।

आकाश की गहराइयों में संचरण करता शुक्र बुधवार को सूरज के लाल चेहरे पर काले धब्बे के रूप में नजर आया। इसे देखने के लिए वैज्ञानिक और शौकिया खगोलविदों के साथ ही बडी संख्या में अंतरिक्ष प्रेमी एकत्र हुए। हालांकि दिल्ली और उत्तर भारत के कुछ हिस्सों में आसमान में छाए बादलों की वजह से इस सुंदर दश्य को देखने में कुछ समय के लिए बाधा आई। प्रेम ग्रह के रूप में प्रसिद्ध शुक्र को देखने के लिए बडी संख्या में खगोलप्रेमी नेहरू तारामंडल में एकत्र हुए। दूरबीनों और कैमरों से लैस शौकिया खगोलविदों ने तडके ही तारामंडल में डेरा डाल दिया था।

उन्होंने इस विरली घटना को तस्वीरें में कैद कर लिया। लोगों को इस घटना को दिखाने में मदद करने के लिए तारामंडल में प्रोजेक्टर, कैमरे और दूरबीनें लगाई गई थीं। यह नजारा सुबह पांच बजकर 45 मिनट से दिखना था लेकिन बादलों की वजह से दिल्ली में यह सात बजे ही दिख पाया। यह 10 बजकर 19 मिनट तक दिखता रहा। शुक्र का अगला पारगमन अब 105 साल पांच महीने बाद 2117 में होगा।

यह घटना आठ साल, फिर 121 साल छह महीने, फिर 105 साल छह महीने और फिर आठ साल के अंतराल में दिखाई देती है। इससे पहले शुR का पारगमन आठ जून 2004 को हुआ था और यह देशभर में देखा गया था। केरल में इस नजारे को देखने के लिए बडी संख्या में लोग तिरूवनंतपुरम स्थित वेधशाला एवं प्रियदर्शिनी तारामंडल में एकत्र हुए।