राजोआणा की फांसी पर केन्द्र सरकार ने रोक लगाई

राजोआणा की फांसी पर केन्द्र सरकार ने रोक लगाई

नई दिल्ली/चंडीगढ। पंजाब के पूर्व मुख्यमंत्री बेअंत सिंह की हत्या के मामले में दोषी ठहराए गए बलवंत सिंह राजोआणा को फांसी पर लटकराए जाने के आदेश पर केन्द्र ने रोक लगा दी। सिखों के धार्मिक संगठन एसजीपीसी की दया याचिका पर राजोआणा की फांसी पर रोक लगाई गई है। उसे 31 मार्च को फांसी पर लटकराए जाना था। इससे पहले पंजाब में बेअंत सिंह की हत्या के मामले में दोषी ठहराये गये बलवंत सिंह राजोआना को दी जाने वाली फांसी के विरोध में कट्टरपंथी सिख संगठनों के बुधवार को बंद के आह्वान से राज्य के विभिन्न हिस्सों में सामान्य जनजीवन पर असर प़डा। पटियाला से मिली रिपोर्ट के अनुसार शहर में बंद का पूरा असर है। वहीं के केंद्रीय कारागार में राजोआना बंद है। चंडीगढ़ सत्र अदालत के आदेश के तहत उसे 31 मार्च को फांसी दी जानी है। औद्योगिक शहर लुधियाना में स्थिति शांतिपूर्ण है। रेस्तरां तथा खाने-पीने की दुकानें खुली हुई हैं जबकि वाणिज्यिक प्रतिष्ठान आंशिक रूप से खुले हैं। उधर, फगव़ाडा में बंद का असर दिखा। स़डक यातायात सामान्य है लेकिन सार्वजनिक वाहनों में यात्रियों की संख्या काफी कम है। सिख समुदाय के कुछ लोगों ने झंडे लेकर जुलूस निकाला। सुरक्षाकर्मी शांति बनाये रखने के लिये संवेदनशील जगहों पर गश्त कर रहे हैं। कट्टरपंथी दल खालसा, खालसा एक्शन कमेटी तथा खालसा मिशन संगठन ने सिख समुदाय से स्वेच्छा से अपने प्रतिष्ठान और कारोबार बंद रखने को कहा है। सुरक्षा बलों ने लोगों में विश्वास बहाली के लिये राज्य के प्रमुख ठिकानों पर फ्लैग मार्च किया है। इस बीच, पटियाला सेंट्रल जेल में सुरक्षा व्यवस्था क़डी कर दी गई है। प्रदर्शनकारियों पर नजर रखने के लिये विशेष नियंत्रण कक्ष बनाये गये हैं। अकाल तख्त के निर्देश पर राजोआना के समर्थन में राज्य के विभिन्न भागों में प्रार्थना का आयोजन किया गया। व्यापार और उद्योग जगत के लोगों ने बंद के मद्देनजर पंजाब सरकार से कल राज्य में शांति सुनिश्चित करने के लिये उपयुक्त कदम उठाने को कहा था। सीबीआई की विशेष अदालत ने बेअंत सिंह हत्या मामले में एक अगस्त 2007 को राजोआना तथा जगतार सिंह हव़ाडा को मौत की सजा सुनायी थी। चंडीगढ़ की अदालत ने डेथ वारंट इस महीने पटियाला जेल प्राधिकरण को दे दिया। उनसे 31 मार्च को फांसी की तामील करने को कहा गया है। 31 अगस्त 1995 को बेअंत सिंह आत्मघाती बम हमले में मारे गये थे। जिस समय आत्मघाती हमला हुआ सिंह चंडीगढ़ में पंजाब सचिवालय स्थित उच्च सुरक्षा वाले अपने दफ्तर से निकल रहे थे। इस घटना में 17 अन्य लोग मारे गये थे।