आकाश मिसाइल का प्रायोगिक प्रक्षेपण सफल

आकाश मिसाइल का प्रायोगिक प्रक्षेपण सफल

बालेश्वर। भारत ने ओडिशा में चांदीपुर के एकीकृत परीक्षण स्थल [आईटीआर] से शनिवार को स्वदेश निर्मित सतह से हवा में मार करने वाली आकाश मिसाइल का प्रायोगिक प्रक्षेपण किया। गौरतलब है कि 24 मई के सफल परीक्षण के बाद आज आकाश का यह दूसरा परीक्षण है। आकाश मिसाइल परियोजना से जुडे रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन [डीआरडीओ] के अधिकारियों ने बताया कि परीक्षण नियमित हवाई रक्षा अभ्यासों का हिस्सा है। विमान भेदी मिसाइल की प्रौद्योगिकी और संचालन क्षमता को सुदृढ करने के लिए रक्षा बलों ने आईटीआर के साजो सामान की मदद से परीक्षण किया है।

रक्षा सूत्रों ने बताया कि यह मिसाइल 25 किलोमीटर की दूरी तक मार कर सकती है और अपने साथ 60 किलोग्राम तक के आयुध ले जा सकती है। इसे एक मोबाइल लांचर से आज दोपहर 11 बजकर 10 मिनट पर छोडा गया। उन्होंने कहा कि परीक्षण के दौरान मिसाइल ने समुद्र के उपर एक निश्चित ऊंचाई पर हवा में उडती वस्तु को निशाना बनाया जो एक पायलट रहित विमान के सहारे उड रही थी। विमानभेदी रक्षा प्रणाली आकाश इलेक्ट्रानिक्स एवं राडार विकास प्रतिष्ठान द्वारा विकसित राजेंद्र राडार की मदद से समानातर रूप से अनेक लक्ष्यों को निशाना बना सकती है। एमआईएम 104 की तरह ही आकाश भी मानव रहित विमानों, लडाकू विमानों, क्रूज मिसाइलों और हवा से सतह पर मार करने वाली मिसाइलों को निष्क्रिय कर देने में सक्षम हैं।