राशियों के अनुरूप प्यार की अनुभूति
कन्या: निजी रिश्तों में धैर्य कैसे रखा जाता है यह सिर्फ यही जानते हैं। ये बेहद सधे हुए और स्पष्ट होते हैं परंतु प्रेम के विषय में इनको समझ पाना थोडा कठिन हो जाता है क्योंकि अन्य किसी वर्ग की अपेक्षा इनमें अच्छाई-बुराई की हद तक जाने की क्षमता अधिक होती है। इनमें प्रेम का बहुत गहरा भाव होता है परंतु भावुकता का प्रदर्शन करने वाले नहीं होते। एक बार प्रेम पैदा हो जाने पर बहुत वफ ादार होते हैं परंतु ईष्र्या का भाव आने पर ये सारी सीमाएं लांघ जाते हैं। इनको चाहिए कि शब्दों के माध्यम से अपना प्रेम अभिव्यक्त जरूर करें।