तुम नहीं, तो कोई और सही

तुम नहीं, तो कोई और सही

आज महिला के मन में प्यार और सेक्स को लेकर पहले की अपेक्षा संकोच व झिझक नहीं रहीं है, जो कुछ सालों पहले थी। वह अपनी संतुष्टि और अभिव्यक्ति को अपना अधिकार मानती है, जिसका परिणाम यह हे कि आज वह खुले दिमाग के साथ सेक्स के बारे में बातें करती है।