महिलाओं में बढ़ रहा ‘ऑस्टियोपोरोसिस’ का खतरा, जानिए क्यों
डॉ. राजू वैश्य ने कहा, ‘‘हमारे पास आने वाले 100 वृद्ध लोगों में 30
प्रतिशत लोग ऑस्टियोपोरोसिस से पीडि़त होते हैं। हमारे आर्थराइटिस केयर
फाउंडेशन की ओर से आयोजित होने वाले मेडिकल कैम्पों में आने वाले अब हम
35-40 साल की उम्र के युवा लोगों में भी बोन मिनरल डेंसिटी कम पायी जाती है
जिसके कारण उनमें ऑस्टियोपोरोसिस होने का खतरा अधिक होता है।’’
उन्होंने
कहा, ‘‘युवा लोग आधुनिक जीवनशैली, निष्क्रिय रहने की आदत, शराब और तंबाकू
का सेवन, धूम्रपान, अधिक कैलोरी और जंक फूड का सेवन जैसी शहरी खान-पान की
आदतें, भोजन में मिलावट और कम उम्र में मधुमेह रोग और मधुमेह मेलिटस विकसित
होने की वजह से इस बीमारी के प्रति अधिक संवेदनशील हो रहे हैं।’’
उपलब्ध
आंकड़ों के अनुसार, भारत में लगभग 80 प्रतिशत महिलाएं यानी कि हर चार में
से तीन से अधिक महिलाएं ऑस्टियोपोरोसिस से पीडि़त होती हैं और 50 वर्ष से
अधिक उम्र की और रजोनिवृत्त हो चुकी महिलाओं में ऑस्टियोपोरोसिस का खतरा
अधिक होता है।
हड्डी और मानव कंकाल प्रणाली को मजबूत करने में
पर्याप्त और स्वस्थ आहार महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। स्वस्थ आहार और
सक्रिय जीवनशैली का पालन करके ऑस्टियोपोरोसिस से बचा जा सकता है।
--आईएएनएस