सुहागिन के लिए मंगलसूत्र क्यो
यदि संभव हो तो अपने कुलपुरोहित को निमंत्रित करके उनसे संकल्प करवा लें। पुरोहित न मिलने पर आचमन तथा प्राणायाम करके हाथ में अक्षत लेकर ऊंची आवाज में संकल्प करें, फिर थाली में अक्षत छोड दें। बाद में चौरंग या पाटे पर एक नारियल अथवा सुपारी रखकर सांगोपांग गणपति पूजन करें।