भीड ना हों शामिल, खुद करें कैरियर प्लानिंग

भीड ना हों शामिल, खुद करें कैरियर प्लानिंग

असल दुनिया में जब आप सफल लोगों से मिलते हैं तो आप देखेंगे कि सबके सब डॉक्टर या इंजीनियर नहीं होते, उनमें कुछ पत्रकार होते हैं, कुछ मनोवैज्ञानिक तो कुछ शेफ। कुछ ने सिर्फ बीए या बीकॉम किया होता है। कुछ बिना किसी औपचारिक योग्यता के ही मिलेंगे। इसका यह अर्थ हुआ कि उन्होंने कैरियर चुना, वे उससे जुडे रहे और अपनी मंजिल तक पहुंच गए।