भीड ना हों शामिल, खुद करें कैरियर प्लानिंग

भीड ना हों शामिल, खुद करें कैरियर प्लानिंग

पहचाने खुद को उस करियर की पहचान करना क्यों जरूरी है, जिसमें हम साधिकार आगे बढ सकते हैं आखिर करियर ऎसी चीज है जिससे आप जिंदगी भर न सही, लेकिन कुछ सालों तक दिन में कम से कम आठ घंटे, साल में 365 दिन तो जुडे ही रहेंगे। तो ऎसा करियर चुनें जो आपके व्यक्तित्व से मेल खाता हो। व्यक्तित्व भी दूसरी चीजों के अलावा, दिलचस्पियों और जुनून से बनता है। दिलचस्पी और जुनून आपके कौशल और प्रतिभा के सफल प्रयोग में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। यदि आपकी दिलचस्पी भवनों और स्थापत्य कला में है और स्थान का उपयोग आप करना जानते हैं तो एक इलेक्ट्रॉनिक इंजीनियर की बजाए सिविल इंजीनियर के रूप में अधिक सफल रहेंगे। इसी तरह यदि आप लोगों से मिलना-जुलना पसंद करते हैं, उन्हें मोटीवेट पे्ररित कर सकते हैं, उनके साथ काम करना पसंद है, उनके साथ बातों में आनंद आता है तो आप एचआर मैनेजर, मार्केटिंग मैनेजर, प्रशिक्षक, शिक्षक, काउंसलर, टूर गाइड जैसे करियर में सफल हो सकते हैं। सीखकर ही बनें दक्ष हर व्यक्ति में कुछ जन्मजात खूबियां होती हैं जो हमारे जीवन का आधार बनती हैं। कुछ लोग इसे फ्लेयर का नाम देते हैं तो कुछ टेलेंट यानी प्रतिभा, हम कैरियर काउंसलर इसे किसी चीज के लिए एप्टीट्यूड की संज्ञा देते हैं। क्या इसका यह अर्थ हुआ कि जो गुण हमें प्रकृति ने नहीं दिए, हम उन्हें विकसित नहीं कर सकते सौभाग्य से इसका जवाब नहीं है। हमें जो पैदाइशी प्रतिभा मिली है, उसे हम तराश कर धारदार बना सकते हैं। थोडे प्रयास से हम नई योग्यता और कौशल भी विकसित कर सकते हैं जो हमें बहुमुखी प्रतिभा का स्वामी बनाएंगे। मैं जानती हूं कि कुछ छात्रों का एक ही लक्ष्य होता है, मैं अमीर और सफल बनना चाहता हूं। दूसरे भी 40 साल की उम्र में रिटायर होने की बात करते हैं। लेकिन अपने सपने और जुनून पूरे करने की दीवानगी का सिनेमा की फंसाती भरी दुनिया में ही महिमा मंडन होता आया है, लेकिन असल दुनिया में पांच सितारा जीवन शैली दे सकने वाला सुरक्षित करियर ही अधिकतर युवाओं की चाह होते हैं।