लक्ष्मी को रोकने के लिए रावण भी करता था इन मंत्रों का जप
लोग रावण को सोने की लंका का मालिक मानते हैं लेकिन बहुत कम लोग जानते
हैं कि रावण ने मां लक्ष्मीण को बस में करने और उनका आशीर्वाद लेने के लिए
कुछ खास मंत्रों की मदद ली थी। इन मंत्रों का इस्तेमाल कर कुछ लोग अमीर भी
हो चुके हैं। आप भी चाहें तो इन मंत्रों का जाप कर सकते हैं।
किसी भी शुभ मुहूर्त में या किसी शुभ दिन में सुबह
जल्दी उठें। इसके बाद नित्यकर्मों से निवृत्त होकर किसी पवित्र नदी या
जलाशय के किनारे जाएं। किसी शांत एवं एकांत स्थान पर वट वृक्ष के नीचे
चमड़े का आसन बिछाएं। आसन पर बैठकर इस धन प्राप्ति मंत्र का जप करें।
ऊँ ह्रीं श्रीं क्लीं नम: ध्व: ध्व: स्वाहा।
धन प्राप्ति के लिए इस मंत्र का जप
आपको
21 दिनों तक करना चाहिए। मंत्र जप के लिए रुद्राक्ष की माला का उपयोग
करें। 21 दिनों में अधिक से अधिक संख्या में मंत्र जप करें। जैसे ही यह
मंत्र सिद्ध हो जाएगा आपको अचानक धन की प्राप्ति अवश्य कराएगा। यदि किसी
व्यक्ति को धन प्राप्त करने में बार-बार रुकावटें आ रही हों तो उसे यह उपाय
करना चाहिए। यह उपाय 40 दिनों तक किया जाना चाहिए। इसे अपने घर पर ही किया
जा सकता है।
उपाय के अनुसार धन प्राप्ति मंत्र का जप करना है। प्रतिदिन 108 बार। मंत्र:
ऊँ सरस्वती ईश्वरी भगवती माता क्रां क्लीं, श्रीं श्रीं मम धनं देहि फट्
स्वाहा। इस मंत्र का जप नियमित रूप से करने पर कुछ ही दिनों में महालक्ष्मी
की कृपा प्राप्त हो जाएगी और आपके धन में आ रही रुकावटें दूर होने लगेंगी।
यदि
आप दसों दिशाओं से यानी चारों तरफ से पैसा प्राप्त करना चाहते हैं तो यह
उपाय करें। यह उपाय अमावस्याी की रात को किया जाना चाहिए। इस रात में
विधि-विधान से महालक्ष्मी का पूजन करें। पूजन के बाद सो जाएं और सुबह जल्दी
उठें।
नींद से जागने के बाद पलंग से उतरे नहीं बल्कि यहां दिए गए
मंत्र का जप 108 बार करें। मंत्र: ऊँ नमो भगवती पद्म पदमावी ऊँ ह्रीं ऊँ ऊँ
पूर्वाय दक्षिणाय उत्तराय आष पूरय सर्वजन वश्य कुरु कुरु स्वाहा। शय्या पर
मंत्र जप करने के बाद दसों दिशाओं में दस-दस बार फूंक मारें। इस उपाय से
साधक को चारों तरफ से पैसा प्राप्त होता है।