मेहंदी के बदलते रूप और अंदाज
यद्यपि दुनियाभर में मेहंदी का चलन कई सदियों से हो रहा है लेकि अब इससे बेचने में कलाकरी नहीं बल्कि कारपोरेट जगत की कलाबाजी भी शामिल हो गई है। इसलिए सींक या बांस की खपच्ची से मेहंदी रचाना अब गुजरे जमाने की बात हो चुकी है।
यद्यपि दुनियाभर में मेहंदी का चलन कई सदियों से हो रहा है लेकि अब इससे बेचने में कलाकरी नहीं बल्कि कारपोरेट जगत की कलाबाजी भी शामिल हो गई है। इसलिए सींक या बांस की खपच्ची से मेहंदी रचाना अब गुजरे जमाने की बात हो चुकी है।