मेहंदी के बदलते रूप और अंदाज
बदलते युग और ध्वस्त होती परंपराएं इस बात की प्रतीक हैं कि आजकल कुशल और पेशेवर कारीगरों से मेहंदी लगवाना भी हमारी तहजीब में शामिल होने जैसा हो गया है। जहां मेहंदी लगाने का काम कुछ घंटों में बडी आसानी से निबट जाया करता था, वहीं अब दुल्हन की मेहंदी पर 6-7 घंटे तक का समय मेहंदी को कीमती श्रृंगार का रूप प्रदान करता है। इस कारण घर की चारदीवारी के भीतर मेहंदी रचाने की यह रस्म आजकल पूरी तरह से ब्यूटीपार्लरों के हाथों में चली गई है।