जस्ट रिप्लाई मी राइट नाउ...

जस्ट रिप्लाई मी राइट नाउ...

एनीसएमएस और क्कि कम्युनिकेशन के वर्तमान दौर में बढती बेसब्री और तुनकमिजाजी हर रिश्ते को अप गिरफ्त में लेती जा रही है। ऎसा सिर्फ प्यार-मोहब्बत में ही नहीं, बल्कि बच्चो से लेकर बडों तक के हर मामले में दिख रहा है। फ्रेंड-पार्टनर हों या क्लासमेट, मॉम हो या डैड, ब्रदर हो या सिस्टर, हर किसी से हां कहलवाने की जिद से रिश्ते भी खतरे में पडते जा रहे हैं। इस बार हमने बेसब्री यानी इंपेशेंस के इसी पारे को नापने की कोशिश की है।