जन्माष्ठमी के व्रत का महत्व
भविष्य पुराण का वचन हैं श्रावण मास के शुक्ल पक्ष में कृष्ण जन्माष्ठमी व्रत को जो मनुष्य नहीं करता, वह क्रूर राक्षस होता है। केवल अष्ठमी तिथि में ही उपवास करना कहा गया है।
भविष्य पुराण का वचन हैं श्रावण मास के शुक्ल पक्ष में कृष्ण जन्माष्ठमी व्रत को जो मनुष्य नहीं करता, वह क्रूर राक्षस होता है। केवल अष्ठमी तिथि में ही उपवास करना कहा गया है।