विश्वसनीय बनने के लिए जीतना चाहते हैं सहकर्मियों का भरोसा तो करें यह उपाय
बॉडी लैंग्वेज को देखते हुए करें सवाल
बात को कहने
के कुछ तरीके होते हैं—शब्द, टोन और बॉडी लैंग्वेज। झुके हुए कंधे और माथे
पर सलवटें डालकर यदि मैं ठीक हूँ बोला जा रहा है, इसका तात्पर्य है शब्द तो
केवल बोलने के लिए बोले जा रहे हैं जबकि असल बात कुछ और ही है। ऐसे में
यदि आप सहज महसूस करें और सामने वाला भी बात करने के लिए तैयार दिखार्द दे
तो आगे बढक़र उससे उसकी समस्या पूछी जा सकती है। हो सकता है उनकी समस्या का
आपके पास कोई निदान हो।