ऎसे पहचानें अपनी क्षमताएं
सही अवसर तलाशें हाथ पर हाथ रखकर सिर्फ खयाली पुलाव पकाते न रहें।
सतत क्रियाशील रहें। उतार-चढाव जीवन में आते रहते हैं। इनसे हार कर बैठ न जाएं। प्रयास करते रहें। स्थितियां चाहे जो भी हों, खुद पर कंट्रोल रखें। अगर कभी खराब समय का सामना करना पडे तो आत्मचिंतन करें कि आपने क्या अच्छा किया और क्या बुरा।