तिथि ना ज्ञात हो तो
जिन लोगों की मृत्यु की तिथि का पता आपको न हो तो उनका श्राद्ध अमावस्या को करना चाहिए। पितृपक्ष में श्राद्ध करने वाले पुरूष और उसकी पत्नी को सात्विक आहार ग्रहण करना चाहिए। साथ ही इस दौरान नए वस्त्र, आभूषण आदि की खरीदारी और उपयोग भी वर्जित माना गया है।