पति के कदम जब फिसल तो आजमाएं...

पति के कदम जब फिसल तो आजमाएं...

इश्क की पतंग ऊंची उडाने के चक्कर में फंसे पतिदेव का व्यवहार बदलेगा। पत्नी को वह कभी बेवजह बहुत प्रसन्न नजर आएंगे, कभी तनावग्रस्त व चि़डचिडे से। प्रेमिका का व्यवहार इन जनाब का मूड निर्धारित करने लगता है। उस की पंसद-नापसंद के अनुरूप जीने का प्रयास शुरू हो जाता है। प्रेमिका की यादों में खोए साहब पत्नी की बगल में होते हुए भी कहीं दूर होते हैं। कई बार कहने पर कुछ समझ में आएगा, वार्तालाप का सिरा बारंबार खो देंगे व चौंक-चौंक जाएंगे। अपने सपनों की रानी का दिल जीतने के प्रयास करना जरूरी हो जाता है। वजन, खास कर तोंद कम करने के लिए घूमना व व्यायाम करना दिनचर्या में शामिल हो जाएगा। अपने डौले चेक करते हुए दिन में कई बार पत्नी उन्हें पकड सकती है। उन की प्रेमिका की पसंद अब उनका वार्डरोब निर्धारित करेगी। नए रंग व नए स्टाइल में खुद को आकर्षक बनाने का पतिदेव का प्रयास पत्नी सहित बाकी लोगों को न जंचे तो भी वह उसे बदलेंगें नहीं।