गणेश चतुर्थी पर इसलिए बचें चंद्र दर्शन से, जानें और भी बातें

गणेश चतुर्थी पर इसलिए बचें चंद्र दर्शन से, जानें और भी बातें

भद्रा हो तो भी मध्यकाल में ही पूजें गणेश जी को :-

वैसे तो गणेश चतुर्थी प्रत्येक महीने की कृष्ण पक्ष व शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को मनायी जाती है और लोग गणेश जी का व्रत रखते हैं लेकिन भव्य रूप से गणेश उत्सव और सिद्धि विनायक व्रत भाद्रपद मास के शुक्ल पक्ष की चतुर्थी को ही किया जाता है। ज्योतिषाचार्य दीपक पाण्डेय ने बताया कि इस दिन भगवान गणेश जी का स्वाति नक्षत्र मध्यकाल में जन्म हुआ था।

इसलिए भगवान गणेश जी का पूजन मध्यकाल में ही किया जाता है। मध्यकाल में भद्रा हो तो भी पूजन इसी समय करने का विधान है। विश्व ब्रह्मांड में कोई भी शक्ति जब अवतरित होती है तो मध्यकाल में होती है वह चाहे रात्रि अथवा दिन का मध्यकाल हो। इसीलिए इस दिन को गणेश जी के जन्मोत्सव के रूप में भी मनाया जाता है।

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