हिंदू धर्म में गाय को पवित्र मानते हैं

हिंदू धर्म में गाय को पवित्र मानते हैं

गौ मानव संस्कृति की रीढ़ है। गाय पृथ्वी के समस्त प्राणियों की जननी है। गौ के श्रृंगों के मध्य में ब्र�मा, ललाट में भगवान शंकर, दोनों कणों में अश्विनी कुमार, नेत्रों में चंद्रमा और सूर्य तथा कक्ष में साध्य देवता, ग्रीवा में पार्वती, पीठ पर नक्षत्रगण, ककुद में आकाश, गोबर में अष्टैश्वर्य संपन्न तथा स्तनों में जल से परिपूर्ण चारों समुद्र निवास करते हैं। ब्रा�मण को नमस्कार करने और गुरू के पूजन से जो फ ल प्राप्त होता है, वही फल गौ माता के स्पर्श से प्राप्त हो जाता है। इस संसार में सारे हव्य, कव्य, घृत, दधि, दुग्ध, हविष्यान्न, मिष्ठान्न और श्रेष्ठ औषधियां गव्य पदार्थो पर ही आश्रित हैं। वाल्मीकिय रामायण के अनुसार जहां गौ होती है, वहां सभी प्रकार की समृद्धि, धन धान्य एवं सृष्टाति सृष्ट भोज्य पदार्थो का प्राचुर्य होता है।