कैरियर काउंसिलिंग तय करती है भविष्य
सबका जोर गणित और विज्ञान पर ही क्यों है यह समाज के पुरानी सोच से बाहर नहीं निकल पाने का उदाहरण है। करियर काउंसिलिंग के दौरान अभिभावकों और बच्चों दोनों को बताया जाता है कि गणित और विज्ञान के अलावा आज साहित्य,कला, लॉ, पर्यावरण, फैशन टेक्नोलॉजी, खेल आदि कई विषयों में बहुत अच्छी संभावनाएं हैं। देश में कई अच्छे संस्थान हैं जो कि इन विषयों में तमाम स्पेशलाइजेशन कोर्स संचालित कर रहे हैं। करियर काउंसलर रिपोर्ट कार्ड के अंकों के आधार पर नहीं बल्कि योग्यता, क्षमता और रूचि के आधार पर ही करियर की दिशा तय करते हैं।