नववधू करें दिल पर भी राज...

नववधू करें दिल पर भी राज...

सबसे पहले जिम्मेदारियां लें- नववधू के ससुराल में पहुंचते ही सास-ससुर सोचते हैं कि घर की जिम्मेदारियां नववधू को सौंपकर वे अपने दायित्व से मुक्त हो जाएंगे। सास-ससुर सोचना काफी हद तक ठीक है। नववधू को भी यह समझना चाहिए कि वहीं बहू ससुरालवालों की चहेती बन सकती है। जो पूरे परिवार की जिम्मेदारियां लेना व अच्छी तरह निभाना सीखना होगा। घर और परिवार के प्रति अपनी जिम्मेदारियां निभाकर ही वह सबकी चहेती बन सकती है।