माहे-ए-रमजान:इबादत और नेकियों का महीना
यह
महीना मुस्तहिक लोगों की मदद करने का महीना है। रमजान के तअल्लुक से हमें
बेशुमार हदीसें मिलती है और हम पढते और सुनते रहते हैं लेकिन क्या हम इस पर
अमल भी करते हैं। ईमानदारी के साथ हम अपना जायजा लें कि क्या वाकई हम लोग
मोहताजों और नाकदार लोगों की वैसी ही मदद करते हैं जैसी करनी चाहिए। सिर्फ
सदकए फित्र देकर हम यह समझते हैं कि हमने अपना हक अदा कर दिया है।