आखिर गोरा रंग ही क्यों ! प्रिय है, सांवली हसीनाएं भी सुन्दर, आकर्षक व सफलता की चोटियों...
त्वचा का रंग सामान्यत: आनुवंशिक गुणों पर निर्भर करता है। त्वचा को रंग कैलामोसाइटिस नामक कोशिकाओं द्वारा मिलता हे। यह कोशिकाएं मोलानिन नामक पदार्थ का निमार्ण करती हैं जो त्वचा के रंग के लिए उत्तरदायी हैं। रंग देने वाली इन कोशिकाओं पर बाहरी प्रभाव पडने से भी प्राय: बदलाव आता है। यह कोशिकाएं धूप से प्रभावित होती हैं जिससे इनकी सक्रियता बढ जाती है। नतीजा स्किन का रंग सांवला या काला हो जाता है।