विष्णु पुरान के अनुसार ऎसे लडकियों को ना बनाए बहू

विष्णु पुरान के अनुसार ऎसे लडकियों को ना बनाए बहू

घर की बहू बुरे अथवा कटु वचन बोलने वाली नहीं बल्कि कोयल के समान मीठी वाणी उसके अस्तविक में होनी चाहिए। चाहे कोयल कौए के समान काली और कुरूप होती है परंतु उसका स्वर लोगों के कानों को इतना मधुर और प्रिय लगता है कि उसके कुरूप होने कि परवाह न कर उसकी भद्दी शक्ल की तरफ ध्यान न कर उससे स्त्रेह करते हैं। घर- परिवार की रक्षा कुलीन स्त्री के द्वारा होती है न की सुंदर स्त्री के माध्यम से। देर रात जगने वाली और सुबह देर से उठने वाली महिलाएं शादी के बंधन में बंधने के काबिल नहीं होती क्योंकि असमय एवं देर तक सोने वाली महिलाएं अपने शरीर का तो नुक्सान करती ही हैं साथ ही पारिवारिक दायित्व ठीक से नहीं निभा पाती इसलिए वो शारीरिक और मानसिक रूप से बीमार रहती हैं।
दुष्ट पुरूषों से किसी भी तरह का संबंध रखने वाली महिलाओं के चरित्र में दोष आ सकता है। वह अपने ससुराल और मायके दोनों की प्रतिष्ठा को धूमिल करती हैं। परपुरूष से संबंध विवाह के भी कई वर्षो बाद अपना असर दिखाते हैं। इन विवाहों में असफलता की संभावनाएं बढ़ जाती हैं।