वित्त मंत्री कौन! फिलहाल मनमोहन सिंह

वित्त मंत्री कौन! फिलहाल मनमोहन सिंह

नई दिल्ली। राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार वित्त मंत्री प्रणव मुखर्जी के मंगलवार को अपने पद से इस्तीफा देने के साथ ही नए वित्त मंत्री को लेकर अटकलें तेज हो गई हैं। नए वित्त मंत्री को लेकर अटकलों के बीच ऎसे संकेत हैं कि देश की अर्थव्यवस्था में आ रही सुस्ती के मद्देनजर प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह कुछ समय के लिए इस महत्वपूर्ण मंत्रालय को अपने पास रख सकते हैं। नब्बे के दशक के शुरू में वित्त मंत्री के रूप में मनमोहन ने देश में आर्थिक उदारीकरण की शुरूआत की थी और देश की अर्थव्यवस्था को गति देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। मनमोहन जाने-माने अर्थशास्त्री हैं और मजूदा स्थिति में देश को इस विकास की पटरी पर फिर से ला सकने के लिए एक मंझे हुए अर्थशास्त्री की ही जरूरत है। वित्त मंत्रालय के मुख्य आर्थिक सलाहकार कौशिक बसु कह चुके हैं कि प्रधानमंत्री यदि वित्त मंत्रालय का प्रभार अपने पास रखते हैं तो यह राष्ट्र के लिए अच्छा होगा। उन्होंने कहा था कि प्रधानमंत्री कुशल अर्थशास्त्री हैं। वर्ष 1991 के सुधारों को उन्होंने गति दी थी। उनका कहना है कि वित्त मंत्री बनाने का निर्णय राजनीतिक स्तर पर होता है। कौन आता है कौन जाता है यह मुद्दा नहीं है लेकिन यह सुनिश्चित होना चाहिए कि जो व्यक्ति वित्त मंत्री बने वह इस पद के लिए पूर्ण सक्षम हो। प्रणब को राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार बनाए जाने के बाद से ही संभावित वित्त मंत्री को लेकर अटकले लगाई जा रही हैं सूत्रों का कहना कि केद्रीय मंत्रिमंडल में अगले महीने फेरबदल की संभावना है। कम से कम तब तक इस मंत्रालय को प्रधानमंत्री अपने पास रख सकते हैं। वित्त वर्ष 2011-12 में देश की आर्थिक विकास दर के नौ वर्षो के न्यूनतम स्तर 6.5 प्रतिशत आने और इस वर्ष अप्रैल में औद्योगिक उत्पादन में मामूली 0.1 प्रतिशत की बढ़ोतरी होने के साथ ही इस वर्ष मई में थोक मूल्य सूचकांक पर आधारित मुद्रास्फीति के बढ़कर साढ़े सात प्रतिशत से ऊपर निकल गई है।