मूत्र पिलाया है, कोई जघन्य अपराध नहीं किया

मूत्र पिलाया है, कोई जघन्य अपराध नहीं किया

नई दिल्ली। स्वामी अग्निवेश ने बयान जारी कर कहा कि छात्रा को यूरीन पीने की सलाह देने पर इतना हंगामा क्यों हो रहा है। मीडिया ने मामले को इतना ज्यादा तूल दिया जैसा उस गरीब वार्डन ने कोई जघन्य अपराध किया है। वार्डन ने ल़डकी को जबरन तो यूरीन नहीं पिलाया। उसने किसी दूसरे का भी यूरीन नहीं पिलाया। उसने पहले भी होस्टल की कुछ लडकियों को इलाज के रूप में यूरीन पीने की सलाह दी थी। बिस्तर गीला करने पर खुद का यूरीन पीना देशी इलाज है। अग्निवेश ने कहा कि उन्होंने खुद कई बार अपना यूरीन पीया है। वयस्क होने तक उन्हें भी इस तरह की समस्या थी। उन्होंने स्वमूत्र चिकित्सा पद्धति अपनाई। आपातकाल के दिनों में अंबाला जेल में भी वह यह उपचार करते थे। उन्होंने कहा कि उन्होंने कई महीनों तक इसकी प्रैक्टिस की। उन्हें इससे फायदा हुआ।