तो बंद हो जाएगा देश का चौथाई इस्पात संयंत्र

तो बंद हो जाएगा देश का चौथाई इस्पात संयंत्र

नई दिल्ली। अब तक भारत का लौह अयस्क भंडार माने जाने वाले कर्नाटक में भारी अवैध खनन के कारण सर्वोच्च न्यायालय द्वारा जारी विस्तृत सुधार योजना के सात महीनों के बाद दक्षिणी राज्य के 45,000 करोड रूपए के इस्पात उद्योग की व्यहार्यता सवालों के घेरे में है।


हालांकि यह कहा जा सका है कि जुलाई तक इस्पात मिलों को अपना कारोबार चलाने के लिए पर्याप्त मात्रा में लौहे अयस्क मिलना शुरू हो जाएगा। इसके विपरीत उद्योग का कहना है कि अयस्क की आपूर्ति इस महीने में खत्म हो सकती है, जिससे देश की 23 फीसदी इस्पात उत्पादन क्षमता बंद हो जाएगी।

सर्वोच्च न्यायालय ने पिछले साल राज्य में सभी खनन गतिविधियों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया था। इस दौरान इस्पात उद्योग को चालू रखने के लिए अस्थाई व्यवस्था के तहत न्याायलय ने लौह अयस्क के मौजूद स्टॉक की दैनिक नीलामी करने की स्वीकृति दी थी।