"आशीर्वाद" हुआ "वरदान आशीर्वाद", अनिता बेहद दुखी

हिन्दी फिल्मों के पहले और आखिरी सुपर सितारे रहे स्वर्गीय राजेश खन्ना नफरत की दुनिया को छोड के प्यार की दुनिया में चले गए हैं। लेकिन अपने पीछे एक ऎसा विवाद पैदा कर गए हैं जिससे उनके परिजन परेशानियां झेल रहे हैं। यह विवाद है उनके बंगले आशीर्वाद को लेकर।

काका के बंगले का नाम "आर्शीर्वाद" से बदलकर "वरदान आशीर्वाद" कर दिया है। लेकिन राजेश खन्ना के साथ लिव इन रिलेशन में रह रही अनिता आडवाणी बंगले का नाम बदलने से बेहद दुखी है। बताया गया कि वैसे तो राजेश खन्ना अपने जीते जी ही अपने बंगले का नाम बदलना चाहते थे लेकिन उनकी खराब तबियत के चलते नाम को बदला नहीं जा सका।

राजेश खन्ना को अपने बंगले "आशीर्वाद" से बेहद प्यार था। मुंबई के कार्टर रोड पर स्थित इस बंगले को खरीदने के बाद राजेश खन्ना ने इसे कभी नहीं छोडा और उनकी अंतिम यात्रा भी इसी बंगले से निकली। राजेश की ख्वाहिश थी कि इस बंगले को उनका म्युजियम बना दिया जाए और संभव है कि उनकी यह इच्छा पूरी की जाए।


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