भारत-अमेरिका परमाणु समझौते को लेकर पाक चिंतित

भारत-अमेरिका परमाणु समझौते को लेकर पाक चिंतित

इस्लामाबाद। भारत-अमेरिका के बीच परमाणु समझौते को लेकर पाकिस्तान ने इस पर गंभीर चिंता जताई है। पाकिस्तान ने बताया है कि इस समझौते से क्षेत्रीय स्थिरता पर नेगेटिव प्रभाव पडेगा। पाकिस्तान के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सरताज अजीज ने कल बताया था कि "राजनीतिक और आर्थिक लाभ के लिए भारत-अमेरिका परमाणु समझौते के �Rयान्वयन से दक्षिण-एशिया की स्थिरता पर हानिकारक प्रभाव पडेगा।" अजीज ने बताया है कि इस परमाणु समझौते से दक्षिण एशिया का शक्ति संतुलन बिगडेगा और पाकिस्तान अपनी हिफाजत के सारे अधिकार सुरक्षित रखता है।

भारत को न्यूक्लियर सप्लायर ग्रूप एनएसजी में शामिल करने की मंशा जाहिर करने वाले एक बयान पर व्याख्या करते हुए अजीज ने कहा कि इस प्रकार का कोई भी कदम पहले से नाजुग सामरिक स्थिरता से जूझ रहे दक्षिण एशिया को और प्रभावित करेगा। अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा के भारत से विदा होने के कुछ घंटों के अन्दर पेश किए गए एक लिखित बयान में अजीज ने कहा, "हमें अमरीका से आशा है कि वह इस क्षेत्र में कुछ सकारात्मक कदम उठाएगा।"

ओबामा ने कहा था कि भारत 48 सदस्यों वाली एन.एस.जी. का सदस्य बनने की काबिलियत रखता है लेकिन अजीज ने कहा कि पाकिस्तान भारत को सदस्य बनाने के लिए एन.एस.जी. के नियमों में किसी तरह की मांग दिए जाने के सख्त विरूद्ध है। बताया जाता है कि पाकिस्तान का यह बयान ओबामा की भारत यात्रा के दौरान दिए भाषणों और दोनों देशों के बीच हुए समझौतों पर निर्भर है। अजीज ने कहा कि भारत और अमरीकी के बीच हुए समझौतों के दूरगामी परिणाम क्या होंगे इसका अध्ययन अभी किया जाना है।